↑ बन्दुरा, ऐ.(१९७३).आक्रामकता: एक सामाजिक अधिगम विश्लेषण.एंगलवुड क्लिफ्स, एन जे: प्रेन्टिस हॉल
2.
बेहतर पोस्ट … व्यवहारवादियों का सामाजिक अधिगम के सिद्धांत के निर्माण में बहुत योगदान रहा है.
3.
-शिक्षक प्रशिक्षणार्थियों को प्रभावी संप्रेषण होना आवश् यक है साथ ही सामाजिक यथार्थ व अनौपचारिक सामाजिक अधिगम का इस्तेमाल करे।
4.
में प्रतिक्रिया के माध्यम से यौन क्रान्ति की सामाजिक गतिशीलता के सन्दर्भ में राज कपूर के एक पोस्टर की ओर मेरा ध्यान आकर्षित किया था | वर्तमान सामाजिक मापकों के अनुसार उक्त पोस्टर में किंचित भी अश्लीलता नहीं दिखाई देगी किन्तु उस समय उक्त पोस्टर को लेकर मध्यवर्गीय समाज खासा उद्वेलित हो गया था | कहने का आशय यह है की चलचित्रों ने सामाजिक वर्जनाओं को तोडने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और सामाजिक अधिगम के प्रभाव से बेल बाटम वाला युवा वर्ग कसे हुए जींस से होते हुए सहवास जैसी स्थिति तक पहुँच गया है |